बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन इन दिनों मुंबई के नानावटी अस्पताल में भर्ती हैं और कोरोना से जंग लड़ रहे हैं| कल उनकी बहु ऐश्वर्या और नातिन आराध्य बच्चन की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलने पर वे बेहद खुश थे किन्तु इसी बीच कल अमिताभ बच्चन किसी अज्ञात व्यक्ति से एक एसएमएस मिला जिसमें लिखा था 'I hope you die with this Covid', बिग बी ने इस मैसेज के बारे में यह तो साफ नहीं किया की यह उनको किस तरह मिला लेकिन वो अपना गुस्सा रोक नहीं पाए और अपने ब्लॉग में उन्होंने अपना गुस्सा साफ़ जाहिर किया|
अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में लिखा, 'मिस्टर अज्ञात, आपने अपने पिता का नाम तक नहीं लिखा, क्योंकि आपको नहीं पता कि आपका बाप कौन है, या तो मैं जिंदा रहूंगा या मर जाऊंगा, अगर मैं मर गया तो तुम एक सेलेब्रिटी के नाम पर अपनी भड़ास निकालने, निंदा करने का काम आगे नहीं कर पाओगे| अफसोस कि आपके लिखे को नोटिस में लाने वाला नहीं रहेगा, क्योंकि जिस अमिताभ बच्चन पर आपने कटाक्ष किया, तब वो जिंदा नहीं रहेगा| '
उन्होंने आगे लिखा, 'लेकिन भगवान के आशीर्वाद से मैं बच गया तो फिर तुम लोगों के गुस्से का तूफान झेलोगे, मेरी तरफ से नहीं बल्कि मेरे 90 मिलियन फॉलोअर्स की तरफ से, और ये जान लो कि ये दुनिया भर में हैं, हर कौने में, ईस्ट से लेकर वेस्ट तक, नॉर्थ से लेकर साउथ तक और ये केवल इस पेज की ईएफ यानी एक्सटेंडेंड फैमिली नहीं है बल्कि एक्सटर्मिनेशन फैमिली है|
और मुझे केवल ये कहना है- 'ठोक दो साले को.'
फिर अमिताभ बच्चन ने गुस्से में हिंदी भाषा में भी लिखा, जिससे उनका आक्रोश फूट रहा था - 'मारीच, अहिरावन, महिषासुर, असुर, उपनाम हो तुम; हमारा यज्ञ प्रारम्भ होते ही, तुम राक्षसों की तरह तड़पोगे, जान लो इतना की अब तुम ही केवल समाज की आवाज ना हो; चरित्र हीन, अविश्वासी, श्रद्धा हीन, लीचड़ तुम हो; जलो गलो पिघलो, बेशर्म, बेहया, निर्लज्ज, समाज कलंकी| '
जाते-जाते हुए उन्होंने ये भी लिख दिया- May you burn in your own stew!!